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How to make the best use of Credit Cards?

 From my childhood I had been seeing a lot of credit card held by my father. And it is indeed plastic money but with it you can do many things. It is very important for you to understand that Credit Cards are considered to be one of the most riskiest class of loans ever invented. But is it worth the risk to hold one??? It was my brother who had introduced me to Credit Cards and its Risk and and from then on I went to own one.  My first Credit Card was from HDFC Bank (Money Back- Variant) it was the most basic credit card offered to me by the bank and it was free of cost.  But he did warn me to note down what you spend every time you use the card or else you will fall into big debt. He had advised me to read a lot of articles on the web about how to wisely use the credit cards as revolving credits.  But the best knowledge comes from best teacher and that is " Experience" and yes, I did fall in a debt trap once. But since it was not a huge amount there was a way out from there

ज़िन्दगी गुज़र गयी आपकी तलाश में

 ज़िन्दगी गुज़र गयी आपकी तलाश में  एक पल भर चैन की नींद की राह में  ज़िन्दगी गुज़र गयी आपकी तलाश में  प्यार के दो शब्द सुनके  जन्नत की गलियों में तुम्हे तलाशने  ज़िन्दगी गुज़र गयी आपकी तलाश में   दो घूँट अमृत  के निवालों में  ज़िन्दगी गुज़र गयी आपकी तलाश में  मेरे बुरे सपनो को प्यार भरे सहारे देने में  ज़िन्दगी गुज़र गयी आपकी तलाश में   एक प्यार भरी पप्पी और मुलायम झप्पी की आड़ में  ज़िन्दगी गुज़र गयी तेरे आग़ोश में  मंज़िल की खोज में  ज़िन्दगी गुज़र गयी तेरे आग़ोश में  उन लम्हों को याद करने में जो आज भी दर्द के ाँसों के आलावा कुछ नहीं देते  पर आज जब आपने मुझे सिमट लिया अपने आग़ोश में  तो सुख और दुःख का अंतर ही सिमट गया  आज यह पता चला की मेरी शुरुरात और अंत में आप ही हैं  मेरे ज़िन्दगी के सच और झूठ में भी आप ही हैं  फूलों और काँटों में भी आप ही हैं  पगला था जो मैं की यह भी देख पाया की आप तो साथ ही तेरे मेरे , बस आज यह वक़्त थम जाए और ले लू एक चैन की सांस आपके नाम से !!!!

प्रेम करा बघून .....................

 प्रेमाची परिभाषा असते पण ती खूप विभोर असतं  प्रेमाचा ना आकार असतो पण  प्रेम प्रेम असतं आणि  ते अनुभवला कीच कळतं  प्रेम कधी मोठं नसतं , ना कधी छोटं  प्रेम हे गहन असतं  जे कधीच खोटं नसतं  प्रेमाला ना भाषा असते ना प्रांत  पण हे मात्र खरा आहे कि प्रेमाला कधी अंत नसतो  प्रेमात सुख असतं , आणि दुःख  पण असतं  प्रेमात उंच लाटा असतात आणि खोल खाडी सुद्धा असतात पण  यांचा सामोरे जाणारा एक खंबीर आणि प्रेमळ साथीदार हा असतो बरं  जो, आपल्याला  यातून हि उभारून यशस्वी व्हायला साथ देतो  प्रेमात मुसलदार पाऊस हि असतो आणि  कडकडीत ऊनं  हि असतं  पण त्यां पाऊसात  देणारा आणि उनात सावली देणारा सुद्धा तोच असतो  प्रेम जितका सोपं दिसतं तितकचं कठीण असतं  कारण  की  प्रेम निभावून  घेण्याचं  जे सामर्थ्य लागतं ते  सगळ्यां  मध्ये नसतं  बरं  प्रेमात देणारा जास्त मुख्य असतो, कारण कि  तो प्रेमात इतका मग्न होऊन देतो, कि  तो सर्वस्व देऊन  विलीन होऊन जातो  तेव्हा ते प्रेम पावित्र  पावतं , आणि हे  खरं  प्रेम असतं , आणि अश्या  प्रेमाला कधी खंत नसते जेव्हा ते आपल्या गुरूच्या चरणी अर्पून आपण विलीन होऊन जातो 

ऐलान

आज करता हु एक ऐलान मेरे जिंदगी में सबसे बड़ा योगदान  हैं आपका और किसको देने नही पड़ेगा इसका प्रमाण सब हो जाओ सावधान आज मेरे गुरु को हैं मेरा सबसे बड़ा सम्मान आपने उंगली पकड़ ली मेरी तो हो गया सब कुछ आसान आपके सामने टिक न पाए बड़े से बड़े हैवान देशभक्ति के नारों में भी डाल दी जिसने जान जिसके अघोष में सिमट जाए यह पूरा जहान जिन्हे सुनकर कैसे न जागे हर एक भारतीय का ईमान आप तो हो ही नही सकते कोई मामूली इंसान आप तो हो ही नही सकते मामूली इंसान  इसीलिए गुरु को माना जाता है भगवान से भी महान  ए मेरे आका इसीलिए आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम

my second innnings

 i still remember the day u left me lonely  felt why it happened to me only? something changed after that day  i met someone on orkut in the month of may  she was charming and sweet  but was never tidy and neat though it wasnt a specs for a new friend gosh didnt know was going to marry her in the end. she try to fill all the gaps you left  bcoz she thot i was left bereft  she taught me how to enjoy every moment and showed me there was no reason to lament and burn my  energy but to  save the element of love  for her of course, when she drove  me down on her streets  explaining in pieces and bits i ignored everything she said but never her love and passion as it was her first and she wanted to explore every region  time flew and we got married and   today we have a loving and notorious son who will know for sure  that love can be blind but is always true .  

New Mom

 I still remember the you shouted  and my heart halted  halted to try to understand  There was the time slipping out of my hand, our friendship had taken a new turn  it had hurted me and made me burn long story story short i was sad and broken  i think i had received  a right token. time passed and bruises healed  one fine day i dint want to open wat was concealed your phone number which was still in my phone  thats when i remembered your last tone  quickly did i search on google  with one hand on keyboard and another on noodle  was very delighted to find how happy you were time flew you were there and i was here  but dint have any complaints or desires to meet you or talk to you bcoz i had realised that day i was still shit scared of you the next day i again searched on the internet  and what i saw my eyes go wet it was you holding ur beautiful baby in your arm below that was a story of struggle of a new mom And still couldn't express what I felt  So I left those fine words from n

Do line

कभी इत्तेफ़ाक़ से अगर मिल गए तो  यू  नज़रअंदाज़ न करना  मेरी गलती की सज़ा मेरे बेटे को न देना बस  थोड़ा सा मुस्कुरा ज़रूर लेना  बैठा रहा तेरे इंतज़ार में  की समय ने तेरे ज़ख्म भर दिए होंगे  पर हम में भी थोड़ा सा आत्मा सम्मान हैं  कि  अब तक जीये तो आगे भी जी लेंगे  कभी मुस्तक़बिल में मेरे बेटे से राह जुडी  तो  हमारी दोस्ती का ज़िक्र ज़रूर करना  मेरी गलतियों पे ग़ौर फरमाना और  मेरे ग़ैरमाशरूत प्यार का अर्ज़ भी करना न भूलना  क्यूंकि हम तो बने थे जिस दुनिये के लिए  उसी की आग़ोश में हो लिए  कभी उस पैमाने पे आकर हमारी ज़िन्दगी  देखने का तकलीफ उठाना  क्यूंकि जहाँ से हम देख रहे थे  वह का नजरिया ही कुछ अलग था  जो क्रोध की आग जल रही हैं तुम्हारे ज़हन में  उसको बुझा तो हम नहीं सकते  पर समय का कम्बल ओढ़ कर आग शांत हो यह दुआ ही तो कर रहे आरसे से  अपनी देहलीज़ का नुमाइना तो हमने कर ही लिया हैं  इसीलिए आपसे मिलने की खता हम नहीं कर सकते  माना दर्द हम दोनों की हुआ  पर फर्क सिर्फ इतना था  की तुमने वह अपने हरकतों में दिखाया और  मैंने अपने रूह में उसको समाया  गुस्सा हमें उन काफिरों से था  प्यार के ईमान को समझ न पाए  नाकि तुमन